हल्दी में है जादुई गुण, इसका नियमित सेवन से होता है अद्भुत लाभ
आधुनिक अनुसंधान से साबित हुआ है कि हल्दी अपने अंदर जादुई गुण रखती है और इसका नियमित इस्तेमाल से अद्भुत लाभ होता है।
एक चम्मच हल्दी में 24 कैलोरी, चिकनाई, फाईबर और प्रोटीन पाया जाता है इसके अलावा हल्दी में खनिज और आईरन पाई जाती है लेकिन इन सबके बावजूद हल्दी में सरकोमन नामक तत्व जादुई असर डालता है, जबकि यह शक्तिशाली एंटी आकसीडिंटस से भरपूर है। विशेषज्ञों के अनुसार सरकोमन महत्वपूर्ण मिश्रण है जिसके गुण बहुत सारे गुण हैं।
जलन और सूजन दूर करने में में प्रभावी है हल्दी
5 महत्वपूर्ण अध्ययन अनुसंधान से पता चला है कि हल्दी शरीर के अंदर सूजन और जलन को खत्म करती है और इसका इस्तेमाल मधुमेह, त्वचा की समस्याओं, हड्डियों में सूजन और जलन को दूर करता है।
हल्दी के सेवन से वजन भी घटाता है
हल्दी में मौजूद सरकोमन बदन संश्लेषण को बदलने की क्षमता रखता है। 2009 में की गई शोध से पता चला है कि शरीर में चर्बी को रोकने के लिए हल्दी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
हल्दी का सेवन दर्द दूर करता है
इस बात के व्यापक सबूत मौजूद हैं कि हल्दी दर्द दूर करने में बहुत मददगार साबित होती है और दर्द और चोट दूध और हल्दी मिलाकर पिलाई जाती है। जोड़ों के दर्द, आपरेशन के बाद और आम दर्द में भी हल्दी बहुत उपयोगी साबित होती है।
कैंसर के खिलाफ भी हल्दी प्रभावी
विश्वविद्यालय मैरीलैंड मेडिकल सेंटर ने साबित किया है कि आम बीमारियों के साथ हल्दी कैंसर भगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इसमें मौजूद एंटी आकसीडिंटस आंतों, स्तन और प्रोस्टेट कैंसर में बहुत उपयोगी साबित होते हैं लेकिन इस पर और अधिक शोध की जरूरत है।
हल्दी का सेवन कोलेस्ट्रॉल कम करता है
अमेरिका में सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) के अनुसार हल्दी धमनी अरट्री ब्लाकेज और कोलेस्ट्रॉल कम करने में मददगार साबित हो सकती है।
हल्दी और डिप्रेशन
आज के आधुनिक जेवण में मनुष्य मानसिक तनाव, उदासी और डिप्रेशन का बड़ी तेज़ी से शिकार हो रहा है। अनुसंधान से पता चला है कि दैनिक 500 मिलीग्राम सरकोमन (जो दो चम्मच हल्दी में होता है) खाने से ठीक वही असर होता है जो प्रसिद्ध औषधीय परवज़ीक और फलोकसीटाईन खाने से होता है। इस तरह हल्दी डिप्रेशन का प्राकृतिक उपचार है।
हल्दी और हुस्न
हल्दी दांत साफ करती है और त्वचा को सुंदर बनाने के लिए हजारों साल से इस्तेमाल हो रहा है। हल्दी त्वचा को धूप और अल्ट्रा वैलेट किरणों से सुरक्षित रखकर उसे झुलसने और विनाश होने से बचाता है।